Monday, May 14, 2007

इस तरह सताया है परेशान किया है \ अफज़ल फिरदौस

इस तरह सताया है परेशान किया है
गोया की मुहब्बत नहीं एहसान किया है

सोचा था कि तुम दूसरों जैसे नहीं होगे
तुम ने भी वही काम मेरी जान किया है

मुश्किल था बहुत मेरे लिए तर्क -ए ताल्लुक
ये काम भी तुम ने मेरा आसान किया है

[तर्क = छोड़ना ; ताल्लुक = रिश्ता ]

हर रोज़ सजाते हैं तेरी हिज्र में गुंचे
आंखों को तेरी याद में गुलदान किया है

[हिज्र = जुदाई / अलगाव ; गुंचे = फूल ]
[गुलदान = गुलदस्ता ]

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